सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने समैरिटन्स के साथ मिलकर सूइसाइड अलर्ट सर्विस लॉन्च की है। इसका मकसद ऐसे लोगों को सूइसाइड करने से रोकना है जो कहीं भी ऑनलाइन खुदकुशी करने की मंशा जताते हैं। इसकी मदद से लोग अपने ऐसे दोस्तों के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं, जो उनकी नजर में सूइसाइड करने के बारे में सोच रहे हैं। पिछले तीन महीने की टेस्टिंग में कई लोगों ने इसका इस्तेमाल किया है।
समैरिटन्स एक चैरिटी संस्था है, जो मुश्किल दौर से गुजर रहे लोगों को भावनात्मक समर्थन देती है।
दरअसल, कई बार ऐसी खबरें आई हैं जहां फेसबुक इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने सूइसाइड करने के बारे में लिखा है। एक सप्ताह पहले ही ब्रिटेन की चैरिटी वर्कर ने फेसबुक पर अपना सूइसाइड नोट छोड़ा था लेकिन फ्रेंड लिस्ट में मौजूद 1082 लोगों में से किसी ने भी इस पर रिस्पॉन्ड नहीं किया और उसने नींद की गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली थी।
समैरिटन्स एक चैरिटी संस्था है, जो मुश्किल दौर से गुजर रहे लोगों को भावनात्मक समर्थन देती है।
दरअसल, कई बार ऐसी खबरें आई हैं जहां फेसबुक इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने सूइसाइड करने के बारे में लिखा है। एक सप्ताह पहले ही ब्रिटेन की चैरिटी वर्कर ने फेसबुक पर अपना सूइसाइड नोट छोड़ा था लेकिन फ्रेंड लिस्ट में मौजूद 1082 लोगों में से किसी ने भी इस पर रिस्पॉन्ड नहीं किया और उसने नींद की गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली थी।
कैसे काम करता है
अब अगर आप अपने किसी फ्रेंड का लेकर परेशान हैं तो फेसबुक पर अपनी चिंताओं के बारे में लिखते हुए एक फॉर्म भी भर सकते हैं। यह फॉर्म साइट के मॉडरेटरों तक पहुंचा दिया जाता है। आपको फेसबुक के उस पेज का यूआरएल देना होगा, जहां उसने सूइसाइड करने का मेसेज लिखा है। इसके अलावा यूजर का नाम और वह किस नेटवर्क का सदस्य है, ये सारी जानकारियां देनी होंगी। इसके बाद सूइसाइड नोट के बारे में फेसबुक की टीम को अलर्ट किया जाएगा।
फेसबुक का कहना है कि अगर उसे लगता है कि कोई व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचा सकता है और मामला गंभीर है तो पुलिस को बता दिया जाता है। 3 महीने से इस नई सुविधा का टेस्ट चल रहा था। उन्हें इस दौरान कई अलर्ट मिले और कोई भी अफवाह का मामला सामने नहीं आया।
I really like this Service and i will hepl when ever i can :-)
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