Saturday, March 19, 2011

दोहरी हत्या की जिम्मेदारी तय करे ( सूरवाल गांव के दाखा देवी हत्याकांड )



दाखू देवी की हत्या पर मानवाधिकारी मोन क्यों ?
नामजद हत्यारे को बचाने वाला शहीद कैसे हो सकता है ?
सुबह से टंकी पर चढ कर शाम पांच बजे तक बार बार की चेतावनी के बावजूद कार्यवाही नहीं करना ही , आ बैल मुझेमार वाली कहावत ही शायद हत्या का कारण है
जलते स्वजन को देखकर षठः षाठयम समाचरेत mob mentality का परिचायक है| बदले में गोली चलने का आदेश इच्छा कृत हत्या है |
डाक्टर किरोडीलाल मीणा का सशक्त नेतृत्व दाखू देवी और जलगाये युवक को न्याय आवश्य दिलाएगा |

भामाशाह भिखारी नहीं हो सकते


एक बार अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम समेलन में इंडोनेशिया के प्रतिनिधि का मजाक बनाते हुए कहा गया की आप केसे मुस्लिम है आप के यहाँ रामलीला होती है महाभारत की कथाये कही जाती है , इस के उतर में इंडोनेशिया के प्रतिनिधि ने कहा We change our religion but not fore fathers” ( हमने घर्म परिवर्तन किया है न की आपने पूर्वजो को )
जैन धर्म के प्रवर्तक आदिनाथ भगवान ऋषभ देव वेदों के अनुसार 24  वें आवतर थे | हमारे यहाँ कहा गया है
यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर भवति भारत
अभ्युथंम अधर्मस्य तदात्म्नाहम श्रजन्य हम
जब देश में यज्ञों में बलि की पराकाष्ट नर बलि पर पहुच गई तब भगवान ऋषभ देव का अवतार हूँ और हिंसा का विरोध कर अहिंसा की स्थपन की थी
हमारा दुर्भाग्य है की समाज में व्याप्त कुरीतियों को सुधार के लिये महा पुरुषों ने नई खोज की थी उनके जाने के बाद उनके नाम पर एक नया पंथ प्रारम्भ हो गया | यथा जैन धर्म में कितने संप्रदाय होगये जो एक दूसरे के साथ बैठने को भी तैयार नहीं है | क्रन्तिकारी आचार्य श्री तुलसी के प्रयत्न से पंच रगं का एक ध्वज और एक प्रतीक जैन धर्म में प्रचलित हो गया है द्रुभाग्य से गुरुदेव को इतना समय नहीं मिला की वे पुरे देश को एक कर पाते |
क्षुद्र स्वार्थो यथा शिक्षण संस्थान को सरकारी सुविधा के लिये और कुछ नोकरियों के लिये समाज को तोड़ने का प्रयास क्या ठिक है ? भामशाओ के लिये ये गोरव की बात नहीं हो सकती |हम देते रहे है मांगने वाले नहीं वन सकते |
दादा भाई नोरोजी ने जो उतर दिया था मननीय है जिस देश और समाज ने हमें गले लगाया उसे अलग होने का पाप हम नहीं करेगे हमारे बच्चे योग्यता के आधार पर विकास करेगे
रतन टाटा का उदहारण सामने है
लूणकरण जी साहब आपने आप को हिन् नहीं समाज में भी हिन् भावना भरने का प्रयास नहीं करेगे |
आचार्य श्री तुलसी के शिष्य युवाचार्य श्री महा प्रया जी राम शिला को मगल पाठ देते हुये 



Wednesday, March 16, 2011

माउस शॉर्टकट्स से काम बनाएं आसान


 
कंप्यूटर से जुड़े कई ऐसे शॉर्टकट्स हैं जिनका बहुत-से लोगों को पता नहीं होता। हम आपको कंप्यूटर के कुछ ऐसे ही शॉर्टकट्स के बारे में बता रहे हैं जिनका इस्तेमाल आपके काम को न सिर्फ आसान बना देगा, बल्कि समय की बचत भी करेगा।

1. ज्यादातर ऐप्लिकेशंस में Zoom फीचर होता है, लेकिन इस फीचर के न होने पर भी फाइल को जूम किया जा सकता है। Ctrl को दबाते हुए माउस को स्क्रॉल करें। फाइल, फोटो आदि जूम हो जाएगी।

2. माउस के स्क्रॉलिंग वील को क्लिक करेंगे, तो माउस कर्सर की आकृति बदल जाएगी। आमतौर पर यह आकृति एक बिंदु के इर्द-गिर्द चार ऐरो में बदल जाती है, जिसे जिस भी दिशा में ले जाएंगे, वह उसी दिशा में स्क्रॉल करेगी।

3. किसी टैब को बंद करने के लिए माउस के स्क्रॉलिंग वील को उस टैब पर रखकर क्लिक करें। टैब बंद हो जाएगा। अगर नया टैब खोलना हो तो टैब बार पर डबल क्लिक करें। नया टैब खुल जाएगा।

4. किसी लिंक को बैकग्राउंड टैब में खोलने के लिए Ctrl के साथ माउस के लेफ्ट या स्क्रॉलिंग वील का इस्तेमाल करें। अगर लिंक को फोरग्राउंड टैब में खोलना हो, तो Ctrl और Shift के साथ लेफ्ट क्लिक इस्तेमाल करें।

5. लिंक को नई विंडो में खोलने के लिए Shift के साथ लेफ्ट क्लिक करें।

6. किसी भी टैब को कॉपी करने के लिए उस टैब को Ctrl को दबाए रखते हुए माउस के लेफ्ट क्लिक के साथ ड्रैग करें।

इन सभी शॉर्टकट्स का रेग्युलर इस्तेमाल करने से काम करने की स्पीड में सुधार आता है। ऊपर बताए सभी शॉर्टकट्स का इस्तेमाल विंडोज एक्सप्लोरर या किसी भी विंडोज के ऑफिस डॉक्युमेंट में किया जा सकता है। ये सभी बड़े-बड़े असाइनमेंट्स या स्प्रेडशीट्स में बेहद उपयोगी साबित होते हैं।