Thursday, August 4, 2011

मनमर्जी का शिकार है लाडनूं का मोहम्मदिया मदरसा



राज्य सरकार द्वारा संचालित होने वाली मदरसों में किस तरह की बदइंतजामी का आलम है इसका नजारा देखने को मिला जब आज यहां उपखण्ड के विभिन्न मदरसों के भौतिक सत्यापन के लिए अधिकारी आये। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य डाक घर के पास संचालित होने वाली मदरसा जामिया मोहम्मदीया एज्यूकेशन सोसायटी में विभिन्न तरह की अनियमितताएं और अव्यवस्थायें उजागर हुई। अल्पसंख्यक मामलात के तहत प्रमुख शासन सचिव रोहित आर ब्राण्डन के आदेशानुसार भौतिक सत्यापन के लिए आये एस.एस. अलाऊदीन शेरानी से मदरसे के सदर हाजी इमाम हाजी मोहम्मद ने विभिन्न शिकायतें प्रस्तुत की। जिस के तहत शिक्षा सहयोगी अब्बूबक्कर अपनी मनमर्जी से मदरसा आते है तथा उपस्थिति लगाकर चाहे जब चले जाते है। ऐसा प्रकरण अब्बूबक्कर के खिलाफ चार जुलाई को निरीक्षण पर आये अलाऊदीन शेरानी को पूर्व में भी देखने को मिला था तब उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर में ही नोट लगा दिया लेकिन अब्बूबक्कर ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर सी.एल. लगा दी। जिस पर सचिव एवं अध्यक्ष ने ऐतराज दर्ज करवाया। 


विद्यार्थी को डराकर भगा दिया घर
शिकायतों के तहत मदरसा कमेटी ने सिकन्दर निवारियां नाम के अध्यापक के खिलाफ बताया कि उसने छात्र समीर और उस के भाई को भी यह कह कर मदरसे से निकाल दिया कि यह जगह उन के पढऩें लायक नही हैं। शिकायत पर छात्र के पिता आमीन को बुलाया गया तो उसने भी घटना की तस्दीक की।
मात्र 21 ही मिले उपस्थित
मदरसे में कुल 76 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं जिसमें से 35 विद्यार्थी दिनी तालिम पुरी हो जाने के कारण छुट्यिों पर चले गये तथा शेष 41 में से मात्र 21 छात्र ही उपस्थित पाये गये जब कि हाजरी में 41 दर्ज थे।
आंगनबाड़ी में चले गये छात्र
मदरसे की अव्यवस्था से दुखी होकर अभिभावकों ने अपने बच्चों को पास में ही चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्र में भेजना आरम्भ कर दिया।
भुगतान के अभाव में नहीं मिल रहा पोषाहार
मदरसे की अव्यवस्थाओं का आलम इतना ही नहीं इससे भी बढक़र यह है कि पिछले एक माह से इस मदरसे में बच्चों पोषाहार वितरित नहीं किया जा रहा है जिस की प्रमुख वजह मदरसे को नवम्बर 2010 के बाद अब तक मिड-डे-मील का भुगतान नहीं होना बताया है। इस संबंध में बीईईओ सुशील गिरधर का कहना है कि संबंधित कार्यालय से भुगतान कर दिया गया है जब कि सीआरसीएफ ने मदरसे को आदेश के बावजूद भुगतान नहीं पहुंचाया।
ड्यूटी समय में अध्यापक करते हैं अन्य कार्य
मदरसा सोसायटी द्वारा की गई शिकायतों से यह स्पष्ट हुआ कि यहां कार्यरत शिक्षा सहयोगी एवं मदरसा टीचर ड्यूटी समय में भी अन्य कार्य करते हैं जिस के लिए वे अक्सर मदरसे से गायब रहते है। इस सन्दर्भ की शिकायत सोसायटी ने अध्यापक जावेद व अब्बूबक्कर के खिलाफ की। 

सुधार करने के दिये निर्देश
भौतिक सत्यापन के लिए आये अधिकारी ने मदरसा कमेटी एवं अध्यापकों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि वे मदरसे को ढंग से संचालित करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्यवाही की जावेगी। अधिकारी ने उपस्थिति रजिस्टर मंगवाकर नये सिरे से उपस्थिति दर्ज करने के आदेश दिये।

-शंकर आकाश

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